Algorithm क्या है और आसानी से कैसे लिखें?

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Algorithm क्या है और आसानी से कैसे लिखें?

 Algorithm क्या है और आसानी से कैसे लिखें ?



शायद आपको पता नहीं होगा ऍल्गोरिथम क्या है (What is Calculation in Hindi) और आपको अगर यह नहीं पता तो आपको Calculation कैसे लिखें यह भी नहीं पता होगा. लेकिन आज मैं आपको, आपके दोनों सवालों के जवाब के साथ साथ कुछ और जानकारी देने की कोसिस करूँगा जो की Calculation सम्बन्धी होगा। जिससे आपके सारे सवालों के जवाब मिल जाएँ वो भी हिंदी में.

PC से कुछ कार्य कराने के लिए, PC Program लिखे जाते हैं। अब PC Program में हम बहुत सारे Steps लिखते हैं। जिन Steps को PC Execute करता है और कार्य को ख़तम करता है। शब्द, Calculation का मतलब उन 'Series of Steps' से है, जो किसी विशेष गणना (Calculation) या कार्य (task) को पुरा करने या निष्पादित (execute) करने के लिये जिम्मेदार होते है।

जब आप PC को कुछ कार्य बताते हैं तब आप यह भी सोचते ही होंगे की कैसे PC इन कार्य को करता है। इसके लिए हम इस्तमाल करते हैं PC Calculation. तो चलिए बिस्तर से जानते हैं के ऍल्गोरिथम क्या होता है.


ऍल्गोरिथम क्या है (Calculation in Hindi)

Calculation (Al-go-rith-um) यह एक तरीक़ा है (Bit by bit Interaction) या फिर यह एक Recipe है। जो की एक Issue को Tackle करता है। यह एक ऐसा System है जिसमे सीमित नियम होते हैं, जिनको Guidance भी कहा जाता है.

Calculation Kya Hai Hindi

जिन नियमों को एक के बाद एक लिखा जाता है और हर एक नियम(Steps) कुछ ना कुछ Activity को दर्शाते है. इन नियमों के जरिए Issue का Arrangement निकलते हैं.

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दुसरे सब्दों में कहें तो Calculation किसी भी समस्या या Issue का समाधान निकलने की Bit by bit प्रक्रिया है। अब और थोडा सरल भाषा में समझते हैं Calculation में कुछ Steps होते हैं, जिनमे हर एक Step एक Activity को दर्शाता है।

एक Step शुरूवात करता है और आखिर में एक Step रहता है जो ख़तम करता है और इन दोनों Steps के बिच में और बहुत सारे Steps होते हैं जो अलग अलग कार्य करते हैं।

जैसे चावल बनाना यह आपकी Issue है. इस काम को ख़तम करने के लिए चलिए कुछ Steps लिखते हैं. पहले चावल को धोना होगा फिर, पानी गरम करो और पानी गरम करने के उसमे चावल डालना है और चावल के उबलने का इंतजार करना होगा।

10-15 मिनट में चावल बन के तयार. अब यहाँ हर एक steps कुछ न कुछ Activity को Perform करते हैं. जैसे चावल धोना मतालब इसमें कचे चावल में पानी डालके धोया जाता है. ऐसे ही हर Steps में अलग अलग Activities होते हैं. देखिए यहाँ हम Issue को छोटे छोटे Steps में partition कर दिए यही तो है जिसको आपको सझना था.

Programming में Calculation का इस्तमाल बहुत है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कैसे और कहाँ इनका इस्तमाल होता है।

एल्गोरिथ्म के फाउंडर कौन है?

इसका एक लंबा इतिहास (History) है, परंतु वास्तविक शब्द "Calculation" का परिचय पहली बार 9 वीं शताब्दी में हुआ। उस समय के फारसी गणितज्ञ, Abu Abdullah Muhammad ibn Musa Al-Khwarizmi को इसका फाउंडर माना जाता है। इन्हें बीजगणित के जनक (The Dad of Polynomial math) के रूप में भी जाना जाता है।

Calculation का उपयोग/महत्व

Calculation का इस्तमाल तो हर जगह है जैसे आप पने हर दिन की समस्याओं का जवाब भी आप इस Bit by bit Interaction के जरिए निकाल सकते हो. In fact हम बोले तो ज्यदा इस्तमाल IT Industry, Plan of action, Programming में किया जाता है.

Qualities Of Calculation in hindi

आपको पता ही है यह Calculation एक Bit by bit Strategy है. जो ये स्पस्ट करता है की Steps किस क्रम में Execute होंगे जिसे हमें Wanted (आकांक्षा जनक) Result मिल सके. Calculation को दो कारक के जरिए break down किया जाता है. जैसे Time और Space.

Time यह बताता है की Calculation लिखने के लिए कितना समय लगेगा और Space से यह पता चलता है की कितने कम समय में हम लिख सकते हैं. अब इसके Qualities के बारे में बात करते हैं.

Unambiguous

जो भी अल्गोरिदम आप लिखें वह स्पष्ट और सठिक होना अति अवश्यक है. हर एक step या Line का कुछ Meaning होना चाहिए.

Limit

हर एक Calculation कुछ सिमित Steps के अंदर ख़तम होना चाहिए. और हर step Limited यानि सिमित बार Repaet होना चाहिए. steps का Exection भी सिमित समय के लिए होना चाहिए. हर एक Step का कुछ कुछ न कुछ Meaning होना चाहिए.

Input

हर Calculation में O या फिर O से ज्यादा सठिक steps होने चाहिए.

Yield

जैसे हर Calculation का Information Step होते हैं वैसे ही Calculation का Result Step भी होना चाहिए. Yield भी वही आना चाहिए जिसके लिए हम लिखे हैं.

Viability

Time और Space से Adequacy का अंदाजा लगाया जाता है. अगर calculation कम time और Space में लिखा जाता है. या फिर कम समय में Execute होता है और कम Space में Run होता इसे ही Adequacy कहते हैं.

Information structure के मुताबिक यह सब Significant Classifications होनी चाहिए.
Search-thing को Information Construction में Search आसानी से सर्च कर सकें.
Sort-एक लिस्ट को Request कर सके या Arranging कर सकें.
Embed information Construction में calculation को Supplement कर सकें.
Update-Calculation के जरिए Thing को update करने की ख्यामता हो.
Erase Calculation से जो thing information structure में है उसे Erase कर ने में असुविधा न हो.

Calculation की Intricacy

दो factors को ध्यान में रख के Calculation की Intricacy को Characterize किया गया है. एक Time Intricacy और दूसरा Space Intricacy.

Time Complextiy:

Program को Run होने में जितना टाइम लगता है.

Space Intricacy:

PC के अंदर Program को Execute होने के लिए जितना Space चाहिए उसे Space Intricacy कहते हैं.

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